Khud Ko Itna Bhi Na Bachaya Kr,
Barisen Hua Kare To Bheeg Jaya Kar.
Barisen Hua Kare To Bheeg Jaya Kar.
ख़ुद को इतना भी न बचाया कर,
बारिशें हुआ करे तो भीग जाया कर।
बारिशें हुआ करे तो भीग जाया कर।
Jab Bhi Hogi Pahli Barish, Tumko Samne Payenge,
Wo Boondo Se Bhara Chehra Tumhara Hum Dekh To Payenge.
जब भी होगी पहली बारिश, तुमको सामने पायेंगे,
वो बूंदों से भरा चेहरा तुम्हारा हम देख तो पायेंगे।
Hairat Se Takta Hai Sahra Barish Ke Najrane Ko,
Kitni Door Se Aai Hai Ye Ret Se Hath Milane Ko.
Kitni Door Se Aai Hai Ye Ret Se Hath Milane Ko.
हैरत से ताकता है सहरा बारिश के नज़राने को,
कितनी दूर से आई है ये रेत से हाथ मिलाने को।
कितनी दूर से आई है ये रेत से हाथ मिलाने को।
Majbooriyan Odh Ke Nikalta Hun Ghar Se Aajkal,
Barna Shauk To Aaj Bhi Hai Barishon Me Bheegne Ka.
Barna Shauk To Aaj Bhi Hai Barishon Me Bheegne Ka.
मजबूरियाँ ओढ़ के निकलता हूँ घर से आजकल,
वरना शौक तो आज भी है बारिशो में भीगने का।
वरना शौक तो आज भी है बारिशो में भीगने का।
Tumhe Barish Pasand Hai Mujhe Barish Me Tum,
Tumhe Hansna Pasand Hai Mujhe Haste Hue Tum,
Tumhe Bolna Pasand Hai Mujhe Bolte Huye Tum,
Tumhe Sab Kuch Pasand Hai Aur Mujhe Bas Tum.
तुम्हें बारिश पसंद है मुझे बारिश में तुम,
तुम्हें हँसना पसंद है मुझे हस्ती हुए तुम,
तुम्हें बोलना पसंद है मुझे बोलते हुए तुम,
तुम्हें सब कुछ पसंद है और मुझे बस तुम।
जब बारिश की बूंद गिरी याद पिया की आने लगी ...
जब महफिल सजी याद पिया की आने लगी..
पता नहीं वो कौन सा वक्त था जब याद पिया की आने लगी.
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